भारतीय मूल की अनीता आनंद को बड़ी जिम्मेदारी, विदेश मंत्रालय की कमान संभाली
टोरंटो। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने मंगलवार को अपने कैबिनेट में फेरबदल की घोषणा की, जिसमें भारतीय मूल की अनीता आनंद को विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया है। यह कदम उन्होंने हाल ही में पुन: निर्वाचित लिबरल सरकार के गठन के तहत उठाया है।
गीता पर हाथ रखकर ली शपथ
अनीता आनंद ने मंगलवार को गीता पर हाथ रखकर नए विदेश मंत्री के रूप में शपथ ली। वह कनाडा की विदेश मंत्री बनने वाली पहली हिंदू महिला भी हैं। कनाडा कई विदेशी मामलों की चुनौतियों से निपट रहा है।
मेलानी जोली को उद्योग मंत्री बनाया गया
इस साल की शुरुआत में जस्टिन ट्रूडो की जगह लेने वाले और पिछले महीने चुनाव जीतने वाले कार्नी ने अनीता आनंद को मेलानी जोली की जगह विदेश मंत्री नियुक्त किया है। मेलानी जोली को उद्योग मंत्री बनाया गया है। अनीता आनंद ने पहले रक्षा मंत्री सहित कई भूमिकाएं निभाई हैं।
फ्रांस्वा फिलिप शैम्पेन बने रहेंगे वित्त मंत्री
फ्रांस्वा फिलिप शैम्पेन ने वित्त मंत्री के रूप में अपना पद बरकरार रखा है, जबकि डोमिनिक लेब्लांक कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध के दौरान व्यापार मंत्री बने हुए हैं। कार्नी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा के प्रति दिखाई गई आक्रामकता का सामना करने का वादा करके प्रधानमंत्री का पद हासिल किया है।
कार्नी ने कहा कि कनाडाई लोगों ने इस नई सरकार को संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक नए आर्थिक और सुरक्षा संबंध को परिभाषित करने और सभी कनाडाई लोगों के लिए एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक मजबूत जनादेश के साथ चुना है।
कार्नी ने कहा कि राजा चार्ल्स तृतीय 27 मई को संसद के फिर से शुरू होने पर कनाडाई सरकार की प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए एक भाषण देंगे।
पिता तमिलनाडु से और मां पंजाब से थीं
अनीता आनंद का जन्म केंटविले, नोवा स्कोटिया में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय फिजिशियन थे। उनके पिता तमिलनाडु से और मां पंजाब से थीं। अनीता की दो बहनें हैं गीता आनंद, जो टोरंटो में एक वकील हैं और सोनिया आनंद, जो मैकमास्टर यूनिवर्सिटी में एक फिजिशियन और शोधकर्ता हैं।