गिरफ्तारी के बाद से 4.5 किलो घटा केजरीवाल का वजन डॉक्टरों ने जताई चिंता

नई दिल्ली । तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। आम आदमी पार्टी सूत्रों की तरफ से बताया जा रहा है कि अब तक केजरीवाल का वजन काफी घट गया है। केजरीवाल का तेजी से वजन घट रहा है। 21 मार्च को गिरफ्तार होने के बाद से अब तक केजरीवाल का साढ़े चार किलो वजन कम हुआ है। सीएम के घटते वजन पर डॉक्टर्स ने चिंता जताई है। हालांकि, तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक अरविंद केजरीवाल बिलकुल ठीक हैं। जेल के डॉक्टरों ने ऐसी कोई चिंता जाहिर नहीं की है। आप मंत्री आतिशी ने एक्स पर लिखा, अरविंद केजरीवाल को गंभीर डायबिटीज है। स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद, वह देश की सेवा में 24 घंटे लगे रहते थे। गिरफ्तारी के बाद से अब तक, अरविंद केजरीवाल का वजन 4.5 किलो घट गया है। यह बहुत चिंताजनक है। आज भाजपा उन्हें जेल में डाल कर उनके स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही है। अगर अरविंद केजरीवाल को कुछ हो गया तो पूरा देश तो क्या, भगवान भी इन्हें माफ नहीं करेगा। आप नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक सीवियर डायबिटीज के मरीज हैं। डायबिटीज के सीवियर मरीज के नाते दिन में कई बार उनका शुगर लेवल मॉनिटर होता है। जब से भाजपा शासित केंद्र सरकार ने उन्हें गिरफ्तार किया है, उनके स्वास्थ्य की स्थिति के लिए एक गंभीर चुनौती पैदा हो गई है, ईडी की हिरासत में रहने के दौरान उनका शुगर लेवल तीन बार गिर गया। पिछले 12 दिनों में उनका वजन 4.5 किलोग्राम कम हो गया है, और डायबिटीज के रोगी के लिए, यह गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं पैदा कर सकता है। भजपा अरविंद केजरीवाल और आप को बर्बाद करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है और इसलिए मैं भाजपा को चेतावनी दे रही हूं कि पूरा देश आपको देख रहा है और अगर उन्हें कुछ हुआ तो न तो यह देश और न ही भगवान भजपा को माफ करेगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल में पहली रात बेचैनी में गुजरी। सोमवार देर रात तक वे करवट बदलते रहे। हालांकि, मंगलवार सुबह वे काफी सहज दिखे। उन्होंने योग किया और फिर जेल नियमों के मुताबिक उन्हें बिना चीनी वाली चाय व ब्रेड नाश्ते में दी गई। इसके बाद उन्होंने अखबार पढ़ा और कुछ देर टेलीविजन भी देखा। जेल सूत्रों का कहना है कि सोमवार शाम जेल में आने के बाद उनकी रात काफी असहज रही। साढ़े छह बजे उन्होंने घर का खाना खाया। अदालत ने मधुमेह होने से उन्हें सुबह-शाम घर का खाना खाने की इजाजत दी है, जबकि नाश्ता जेल का ही करेंगे। उनके नाश्ते से आलू हटा दिया गया है। उनके सेल में मच्छरदानी लगा दी गई। रात में दो बार उनकी नींद खुली। इसके बाद वे कुर्सी पर बैठकर कुछ देर तक सोचते रहे। फिर पानी पीकर सो गए। सुबह करीब छह बजे उठकर उन्होंने डेढ़ घंटे तक प्राणायाम किया। इसके बाद उन्हें चाय व नाश्ता दिया गया। दिन में वह सेल से बाहर भी निकले और अहाते में चहलकदमी की।